रैनाटस वैलनेस प्राइवेट लिमिटेड ने स्वास्थ्य मिशन को लेकर शुरू की मुहिम
रामपुर बुशहर, 10 जुलाई
रैनाटस वैलनेस प्राइवेट लिमिटेड ने स्वास्थ्य मिशन को लेकर शुरू की मुहिम है! संजीव क्लीनिक बिथल के संचालक डॉ संजीव कुमार पठानिया का कहना है कि यह कंपनी सन 2018 में एमसीए में रजिस्टर हुई थी। तथा इसका मुख्यालय कर्नाटक के बेंगलुरु शहर में स्थित है। और इस कंपनी में तीन डायरेक्टर मौजूद है। जिनके नाम हर्ष राजकुमार ब्रह्मपुरिया, कन्नौज क्रांति चौधरी और लॉरेंस मैथ्यू सलदानहा हैं। कंपनी डायरेक्ट सेलिंग में रजिस्टर है । रजिस्ट्रेशन नंबर 114470 हैं। मानव शरीर को स्वस्थ रहने के लिए कंपनी ने न्यूट्रिशन एंड ब्यूटी केयर के 9 प्रोडक्ट लॉन्च किए हैं। जिसमें पहला प्रोडक्ट रेंनाट्स नोवा कैप्सूल के रूप में निकाला है। इस कैप्सूल में 12 प्रकार की जड़ी बूटियां और पौधों के शाकाहारी शुद्ध हर्बल से तैयार किया गया है। सबसे अच्छी बात यह है कि कैप्सूल का बाहर का कवर वह भी पौधों की छाल व अर्क से तैयार किया गया है। बाकी बाजार में मिलने वाले कैपसुल कवर अन्य कंपनियों के जिलेटिन कॉलेजन से बनता है। यह रेशेदार पदार्थ जैसे जानवरों की हड्डियों, पशुओं की चर्बियों से तैयार कर के कुछ फार्मा कंपनियां इस तरह के कैप्सूल कवर बनाती है। वह मानव शरीर को नुकसान पहुंचाता है।इस तरह से रैना टस नोवा कैप्सूल शुद्ध शाकाहारी हर्बल व शुद्ध शाकाहारी जड़ी बूटियां से तैयार किया गया है। जो मानव शरीर में विषैले और जहरीले पदार्थों को बाहर निकाल कर के बॉडी को डिटॉक्सिफाई करता है। जो आज के जहरीले कैमिकल व खाद सब्जियों फलों व अनाज को खाने से इस मानव शरीर के अंदर व बाहर लगभग 650 बीमारियों से मानव शरीर को नुकसान पहुंचता है। इस कैप्सूल के अंदर 12 घटकों का मिश्रण तैयार करके मेडिकल साइंस वैज्ञानिक ढंग से तैयार किया गया। यह फूड सप्लीमेंट फार्मूला इस तरह की बीमारियों से बचाने में सक्षम है ।और एक संजीवनी के रूप में काम करता है। जो इस फूड सप्लीमेंट कैप्सूल को एक स्वस्थ आदमी प्रयोग करता है ।वह कभी भी बिमारी की चपेट मे नहीं आ सकता। यह शरीर के अंदर पुरानी से पुरानी जमी हुई गंदगी को बाहर निकालता है, और रोम छिद्र को खोल करके मल मूत्र के सहयोग से बाहर निकलता है, और शरीर को शुद्ध और स्वस्थ करता है। जड़ी बूटियों के सहयोग से विटामिन मिनरल शरीर को पूरी तरह से प्राप्त होता है। रोग प्रतिरोध रोग क्षमता ऊर्जा देने में सक्षम है। 12 प्रकार के घटकों के नाम व गुण:(1) मैंगो स्टीन: इस फल को मंगो सती ,फल की रानी, के रूप में जाना जाता है। यह पाया गया है कि इसका अर्क किसी भी अन्य प्राकृतिक स्रोतों की तुलना में 20 से 30 गुना ज्यादा एलेक्ट्रॉन मुक्त कणों को बेअसर कर सकता है। साइबेरियाई जिंसेंग: यह चमत्कारिक रूप से रक्त शर्करा को कम कर सकता है, और वजन घटाने एवं मधुमेह को रोकने में सहायक है। पुनर्नवा: पुनर्नवा अतिरिक्त तरल पदार्थ और ठहराव के शरीर को धीरे-धीरे साफ करने की अपनी अनूठी क्षमता के लिए प्रसिद्ध है , जोशारीरिक प्रणालियों में सुधार करता है। सफेद मूसली: माना जाता है कि यौन स्वास्थ्य, मुख्य रूप से पुरुष यौन स्वास्थ्य के लिए इसके जबरदस्त लाभ है। यह पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन को बढ़ावा देने में मदद करता है। एल्डरबेरी: इसका उपयोग एंटीऑक्सीडेंट एक्टिविटी के रूप में कोलेस्ट्रॉल को कम करने, दृष्टि में सुधार करने, प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ावा देने, हृदय स्वास्थ्य और खांसी, सर्दी, फ्लू में सुधार करने के गतिविधियों में किया जाता है। बिलबेरी: सदियों से बिलबेरी का उपयोग उनके औषधीय गुणों के लिए किया जाता है। वह यौगिक जो बिल वेरी को उनके असाधारण चिकित्सीय लाभ देता है, उसे एंथोसाइयनिन के रूप में जाना जाता है।
अश्वगंधा: आयुर्वेद में अश्वगंधा का उपयोग 3000 से अधिक वर्षों से चिंता को कम करने, तनाव का प्रबंधन करने, ऊर्जा के स्तर में सुधार करने, संचार प्रणाली को बढ़ाने ,एकाग्रता में सुधार करने में किया जाता है।सिंगरू: सिगरू के बारे में सबसे आश्चर्यजनक तथ्य यह है कि यह पोषक तत्वो और औषधि रसायनों का भंडार है। शतावरी: यह मासिक धर्म चक्र को विनियमित करने, पीएमएस लक्षणों का प्रबंधन करने ,रजोनि
वृत्ति के लक्षणों को कम करने, मासिक धर्म की ऐठन को कम करने में मदद करता है।जिंको बिलोबा: जिंको में बहुत सारे प्लेवोनोइडस और टेरपेनोइडस होते हैं, जो उच्च एंटीऑक्सीडेंट गुण वाले यौगिक हैं। गोकशूरा: गोकशूरा का उपयोग अस्थमा, खांसी, एनीमिया और आंतरिक सूजन को ठीक करने के लिए किया जा सकता है। इसमें मूत्रवर्धक कामोत्तेजक और विरोधी भड़काऊ गुण भी होते हैं। मंजिष्ठा: यह रक्त को ठंडा और डिटॉक्सिफाई और रक्त को हटा देता है, और रक्त प्रवाह बाधाओ को भंग कर देता है। मंजिष्ठा गम मंदी की रोकथाम में भी सहायक करती है।
रेंट्सनोवा में मौजूद समस्त सामग्री के स्वास्थ्य लाभ: डब्लूबीसी को बढ़ाकर प्रतिरक्षा को बढ़ावा दे सकता है और लसीका प्रणाली में सुधार कर सकता है।
शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट की मदद से मुक्त कणों को खत्म करने में मदद कर सकता है।
इष्टतम रक्तचाप और रक्त शर्करा को बनाए रखने में मदद कर सकता है।
अस्थमा, सर्दी और खांसी जैसी श्वसन स्थितियों को कम कर सकता है।
मासिक धर्म ऐठन और रजोनिवृत्ति के साथ मदद कर सकते हैं।
जठरात्र संबंधी स्वास्थ्य को बढ़ावा दे सकता है।
पुरुष और महिला यौन स्वास्थ्य को बढ़ा सकता है।
वजन प्रबंधन के लिए प्रभावी हो सकता है।
एक स्वस्थ और पौष्टिक जीवन का सार प्रदान करना।
डॉ संजीव पठानिया का कहना है ,कि यह स्वास्थ्य मिशन हर घर तक पहुंचाने के लिए उनके साथ कार्य कर रहे। राम निवास शर्मा ,पुष्पराज ठाकुर, श्याम मूर्ति, शकुंतला, रजनी, पूर्व प्रधान कृष्ण, जगदेव ठाकुर, डॉ० प्यार चंद रतन , चंद्रावती, हरजीत कौर ,विकास,हिमाचल प्रदेश के और अन्य साथियों के सहयोग से इस स्वास्थ्य मिशन को हर घर तक पहुंचाने के लिए सभी लोगों से आग्रह इस मिशन में जुड़ने के लिए आगे आए और इस मुहिम को हर घर तक पहुंचाएं। इस कार्य की जानकारी देते हुए सभी का धन्यवाद किया।
फोटो कैप्शन
रामपुर बुशहर : लोगों को जानकारी देते हुए कंपनी के कार्यकर्ता !