शिमला, 20 मई ब्यूरो
हिमाचल के बद्दी में निर्मित कुछ औषधियों में मिलावट पाए जाने पर प्रदेश सरकार द्वारा कड़ा संज्ञान लिया गया है। ऐसे औषध निर्माताओं के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जा रही है। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. (कर्नल) धनीराम शांडिल ने आज यहां सचिवालय में आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान यह जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार सभी चिकित्सालयों में अत्याधुनिक तकनीक और सुवधायें प्रदान करने के लिए कृतसंकल्प है ताकि प्रदेशवासियों को घरद्वार पर गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की जा सकें। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश दवा उत्पादन में देश के तीसरे स्थान पर है। ऐसी स्थिति में हिमाचल में निर्मित कुछ औषधियों के सैंपल फेल होने तथा उनमें मिलावट के मामले सामने आना चिंता का विषय है।
प्रदेश सरकार जनऔषधियों में गुणवता सुनिश्चित करने के लिए कड़े कदम उठाएगी। स्वास्थ्य विभाग द्वारा संदिग्ध दवा निर्माताओं पर ड्रग कन्ट्रोल टीम के माध्यम द्वारा कड़ी नजर रखी जा रही है। जिन औषध निर्माताओं की दवाईओं के सैम्पल एक से अधिक बार फेल हो चुके हैं उनके लाइसेंस रद्द कर उनके खिलाफ कानूनी कार्यवाही अमल में लाई
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार औषध जांच नियंत्रण प्रणाली के विस्तार पर भी विचार कर रही है। भविष्य में औषधियों की पूर्ण गुणवता की प्रमाणिकता के लिए अत्याधुनिक तकनीक युक्त प्रयोगशाला स्थापित करने पर भी विचार किया जा रहा है।
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