रामपुर बुशहर,2 नवम्बर मीनाक्षी
वन विभाग ने जिला प्रशासन के सहयोग से एक दुर्लभ हिम तेंदुए को सुरक्षित बचाया, जो संजय जल विद्युत परियोजना (120 मेगावाट) भाभानगर के फिल्टर इनलेट चैनल में गिर गया था।
जानकारी देते हुए डीएफओ रामपुर गुरु हर्ष सिंह ने बताया कि
सूचना मिलते ही किन्नौर वन मंडल की टीम तुरंत मौके पर पहुँची, जबकि रामपुर वन मंडल से एक रैपिड रेस्क्यू टीम तकनीकी सहायता के लिए रवाना की गई। शिमला वन्यजीव मंडल ने विशेषज्ञ मार्गदर्शन प्रदान किया, और जिला प्रशासन किन्नौर, फायर विभाग भाभानगर तथा अन्य स्थानीय एजेंसियों ने बचाव उपकरण व लॉजिस्टिक सहयोग उपलब्ध करवाया।
बहु-स्तरीय बचाव योजना में जानवर की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता रही। पहले चरण में हिम तेंदुए को अपने बल पर बाहर आने के लिए सहयोग प्रदान किया गया, जबकि ट्रैंक्विलाइज़ (बेहोश कर निकालना) या मैनुअल रेस्क्यू को अंतिम विकल्प के रूप में रखा गया। प्रारंभ में संकोच दिखाने के बाद, हिम तेंदुए ने अद्भुत फुर्ती और शक्ति का परिचय देते हुए धीरे-धीरे ऊपर चढ़कर बाहर निकलने में सफलता प्राप्त की। कुछ समय तक वह परापेट दीवार पर गरिमा के साथ चलता रहा और तत्पश्चात पास के जंगलों की ओर लौट गया।
डीएफओ ने बताया कि
हिम तेंदुए सामान्यतः सूखे ट्रांस-हिमालयी क्षेत्रों जैसे हांगरांग घाटी में पाए जाते हैं। इसका मध्यम आर्द्र क्षेत्र (मिड-वेट जोन) भाबा घाटी में पाया जाना जैव विविधता की दृष्टि से अत्यंत शुभ संकेत है। यह घटना प्रजाति के आवास विस्तार और पारिस्थितिक संतुलन की दिशा में सकारात्मक संकेत देती है।
उन्होंने बताया कि इस बचाव अभियान में वन विभाग के अग्रिम मोर्चे पर कार्य करने वाले कर्मियों में आरएफओ परम नंद, बीएफओ. उदय लश्टी, वन रक्षक नीरज वर्मा, विकास नेगी, सुरेन्दर ढाली (वन्यजीव), दिनेश ठाकुर (वन्यजीव), और विक्रम चौहान शामिल रहे। इनके साथ-साथ फायर विभाग भाभानगर, एचपीएसईबी वांगटू, पुलिस चौकी कटगांव तथा जिला प्रशासन किन्नौर का भी विशेष योगदान रहा।
फोटो कैप्शन
रामपुर बुशहर : हिम तेंदुए का किया सफल रेस्क्यू।

