रामपुर बुशहर, 3 जनवरी
बागवानों को अपना सेब का नया बगीचा लगाने से पहले विशेषज्ञ से सलाह लेनी चाहिए! यह बात हिमाचल प्रदेश बागवानी विभाग शिमला जिला के उप निदेशक कर्म सिंह वर्मा ने कही!
कर्म सिंह वर्मा ने
सभी बागवानों से आग्रह किया है कि जब भी वे अपना सेब का नया बगीचा लगाना चाहते हैं उससे पहले वह सही जगह का चयन करें ! उसी के उपरांत वहां पर कौन सा पौधा लगेगा इसकी एलिवेशन का विशेषज्ञ से पता किया जाए! उसी के उपरांत उस एलिवेशन में कौन सी वैराईटी का पौधा लगेगा उसका चयन किया जाए ! उसी के उपरांत वे अपना सेब के बगीचे को लगाने की तैयारी करें!
उपनिदेशक ने बताया कि ऐसे कई मामले सामने आते हैं बागवान अपने सेब को बिना विशेषज्ञ की सलाह से लगा लेते हैं ! बाद में कई सेब के पौधे सुख जाते हैं और कई पधौ में फसल नहीं आ पाती है! जिससे बागवानों को भारी नुकसान होता है! इसी को मद्देनजर रखते हुए बागवानों को अपने सेब का बगीचा लगाने से पहले विशेषज्ञ से सलाह लेनी अत्यधिक जरूरी है! उन्होंने बताया कि इसके साथ साथ जो भी वह पौधे अपने बगीचे में रोपते है वह भी गुणवत्ता के आधार पर होने चाहिए! गुणवत्ता का भी विशेष ध्यान रखना अत्यधिक जरूरी है! ताकि आने वाले समय में सेब के पौधे अच्छी तरह से टिक पाए और बेहतर फसल लगे! जिससे बागवानों को लाभ हो सके!
उपनिदेशक का कहना है कि जो विदेशी सेब की नई पौध है उसके लिए इन सभी विशेष बातों का ध्यान रखना बागवानों को जरूरी है ! यदि वह इन विशेष बातों को नहीं अपनाते हैं तो सेब की नई पौध सही तरह से नहीं लग पाती है! जिसे यह सब ध्यान रखना बागवानों को बेहद जरूरी है!
वही पौधा लगाते समय खाद व दवाईयां कौन सी प्रयोग करनी है इसे भी विशेषज्ञ की गाइड के अनुसार डालना चाहिए!
फोटो कैप्शन
रामपुर बुशहर : खेतो में कार्य करते हुए!