रामपुर बुशहर, 3 मार्च
शिमला जिले के रामपुर के रचोली पंचायत की सीमा भारद्वाज ने शिक्षा में नाटक और कला पर एक पुस्तक लिखी है। ये पहली बार है जब रामपुर की बेटी ने शिक्षा को नए आयाम तक पहुंचाने में अपनी भूमिका अदा की है। अब ये पुस्तक बीएड में पढ़ रहे छात्रों की आगामी शिक्षा के लिए काफी लाभदायक होगी। भारद्वाज इस समय सर्वपल्ली राधाकृष्णन बीएड कालेज में बतौर प्राध्यापक पिछले 13 वर्षों से अपनी सेवाएं द रही है। सीमा की शुरूआती पढ़ाई रामपुर में हुृई है। सीमा का कहना है कि उन्होंने शिक्षा विषय पर डिग्री हासिल की है। साथ ही अब वे इसी विषय पर पीएचडी कर रही है। उन्होंने कहा कि अपने अध्यनकाल में उन्होंने शिक्षा को और रूचि पूर्ण बनाने के लिए जो कमी महसूस की उसे वो अब अपनी पुस्तक के जरीए पूरा करना चाहती है। शिक्षा में कला के समन्वय से शिक्षक और छात्र में एक कड़ी जुड़ती है। जो छात्र को समझने में काफी कारगर साबित होती है। शिक्षा में कला छात्र के भीतर भावनात्मक और आध्यात्मिक रूप को विकसित करती है। उन्होंने कहा कि शिक्षा में नाटक और कला को बखूबी विस्तृत रूप दिया गया है। ये पुस्तक बीएड और एमएड के छात्रों को शिक्षा की बारिकियों से भलिभांति अवगत करवाएगी। उन्होंने कहा कि उनका इस पुस्तक को लिखने का मुख्य मकसद ही शिक्षा में छात्रों को आ रही विभिन्न प्रकार की परेशानियों को कम करना रहा है। उन्होंने कहा कि ये पुस्तक जहां बीएड कालेज के छात्रों के विचारों को सुलझाएगी वहीं आम युवा को भी ये पुस्तक पढऩी चाहिए। इस पुस्तक के जरीए युवा शिक्षा में नाटक ओर कला के बेजोड़ रिश्ते को समझेगा। सीमा भारद्वाज की इस पुस्तक को लेकर सर्वपल्लराधाकृष्णन बीएड कालेज के अध्यक्ष डा0 मुकेश शर्मा, प्रधानाचार्य डा0 नवीन मोक्टा ने उन्हें बधाई व शुभकामनाएं दी है। सीमा ने इस पुस्तक को अपने शिक्षक, माता पिता और सहयोगियों को समर्पित किया है। उन्होंने कहा कि आगामी वर्षों में वह इसी तरह से अन्य पुस्तकें लिखेगी जो शिक्षा ग्रहण कर रहे छात्रों के लिए काफी लाभपद्र होगी।
फोटो कैप्शन
राम 3 सीमा भारद्वाज, पुस्तक लेखिका