रामपुर बुशहर,6 जुन मीनाक्षी
रामपुर बुशहर की रचोली पंचायत के सनाथली गांव में हाल ही में एक अनोखी घटना देखने को मिली। गांव के पास स्थित जंगल में ग्रामीणों को भालू के दो नन्हे शावक दिखाई दिए। पहले तो लोग घबरा गए, लेकिन बाद में उन्होंने संयम और समझदारी का परिचय देते हुए दोनों बच्चों को सुरक्षित पकड़ा और वन विभाग को सौंप दिया। स्थानीय निवासी कुंदन, केहर सिंह, काका ने बताया कि सुबह के समय दो भालु के बच्चे सनाथली गांव में आ पहुंचे। जैसे ही ग्रामीणों ने इनको देखा तो लोग भय में आ गए। लेकिन बच्चों को देखकर सभी ने राहत की सांस ली। उसके बाद ग्रामीणों ने भालुओं के बच्चों को क्रेट में रखा।
घटना की जानकारी मिलते ही वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची। विभागीय अधिकारियों ने शावकों की स्थिति की जांच की और बताया कि दोनों शावक स्वस्थ हैं। अनुमान है कि वे अपनी मां से बिछड़ गए होंगे। वन विभाग के अधिकारियों ने ग्रामीणों का आभार जताया कि उन्होंने शावकों को कोई नुकसान नहीं पहुंचाया और समय रहते विभाग को सूचित किया।
वन विभाग के डीएफओ गुरूहर्ष सिंह (वन मंडल अधिकारी) ने कहा कि इन दिनों जंगलों में भालुओं की आवाजाही बढ़ गई है, ऐसे में ग्रामीणों को विशेष सतर्कता बरतने की आवश्यकता है। उन्होंने अपील की कि अगर किसी को भालू या उनके बच्चों की मौजूदगी का पता चले तो बिना प्रयास किए तुरंत वन विभाग को सूचना दें। उन्होंने बताया कि भालू आम तौर पर मानव से दूरी बनाए रखते हैं, लेकिन अगर उन्हें खतरा महसूस हो तो वे आक्रामक हो सकते हैं। इसलिए किसी भी स्थिति में शांति बनाए रखना जरूरी है।
उन्होंने बताया कि फिलहाल दोनों शावकों को रेस्क्यू सेंटर में रखा गया है और वन विभाग उनकी मां की तलाश में जुट गया है। यदि मां नहीं मिलती, तो शावकों को वन विभाग विशेष देखरेख में पालने का निर्णय ले सकता है।
फोटो कैप्शन
रामपुर बुशहर : भालुओं के बच्चों के साथ ग्रामीण।