रामपुर बुशहर,21 अप्रैल मीनाक्षी
रामपुर पुलिस ने एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए अंतरराज्यीय नशा तस्करी गिरोह का पर्दाफाश किया है। यह कार्यवाही एफआईआर नंबर 30/25 धारा 21, 27A, 29 ND&PS अधिनियम एवं 111 BNS के अंतर्गत पुलिस थाना रामपुर, जिला शिमला, हिमाचल प्रदेश में दर्ज मामले की तफ्तीश के दौरान हुई।
3 मार्च को रामपुर की डिटेक्शन टीम ने दो व्यक्तियों—32 वर्षीय सोहल लाल पुत्र दीवान चन्द निवासी गांव शलोवा, तहसील करसोग, जिला मंडी और उसकी 25 वर्षीय पत्नी गीता श्रेष्ठ से 26.68 ग्राम हेरोइन बरामद की थी। इस गिरफ्तारी से शुरू हुई जांच में रामपुर पुलिस ने अब तक शानदार कार्य करते हुए कुल 34 आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिनमें 3 महिलाएं और पंजाब राज्य के 2 आरोपी भी शामिल हैं। ये सभी आरोपी शिमला, मंडी, कुल्लू व पंजाब से संबंध रखते हैं।
जांच के दौरान आरोपी आशा देवी की पूछताछ और बैंक खातों की जांच में एक बड़े नाम, लाकपा दोरजे का खुलासा हुआ, जो नेपाल मूल का निवासी है और मनाली, जिला कुल्लू में रहता है। लाकपा दोरजे की भूमिका न केवल सप्लायर के रूप में थी, बल्कि वह अटवाल/सोनू/आशा गैंग का मुख्य ऑपरेटर भी था। पुलिस ने आरोपी को मनाली से गिरफ्तार किया और पुलिस रिमांड पर लेकर आगे की जांच शुरू कर दी है।
लाकपा दोरजे लंबे समय से मनाली में सक्रिय रहकर बच्चों और युवाओं को हेरोइन बेचने का काम कर रहा था और उनके भविष्य से खिलवाड़ कर रहा था। उसकी गिरफ्तारी से कुल्लू जिले में चल रहे इस नशा तस्करी के रैकेट का समूल नाश हो गया है। साथ ही, यह अंतरराज्यीय गिरोह, जो हिमाचल प्रदेश के कुल्लू, मंडी और शिमला जिलों में सक्रिय था, पूरी तरह से उजागर हो गया है। वहीं खबर की पुष्टि डीएसपी रामपुर नरेश शर्मा द्वारा की गई है।
डीएसपी रामपुर नरेश शर्मा की अध्यक्षता में यह कार्य किया जा रहा है । रामपुर पुलिस द्वारा की गई इस प्रभावी कार्रवाई से नशा तस्करों के बीच भारी हड़कंप मच गया है। यह अभियान राज्य में नशा तस्करी पर करारा प्रहार है और पुलिस की सतर्कता व प्रतिबद्धता को दर्शाता है। रामपुर पुलिस की टीम को इस साहसिक एवं सफल प्रयास के लिए सराहना मिल रही है और यह केस प्रदेश में नशे के खिलाफ चल रही मुहिम को नई दिशा देगा।