शिमला, 18 दिसंबर
शिमला जिला के बागवानों को दिसंबर माह के अंत मै सेब तथा अन्य फलों के तीन लाख फलदार पौधे मिलेंगे। इनमें विदेश से आयात पौधे एवं रूट स्टॉक भी शामिल हैं। सेब के रूट स्टॉक का मूल्य 100 रुपये एवं सेब पौधों का मूल्य 150 एवं 400 होगा। बागवानों को सर्दियों के मौसम में लगाए जाने वाले फलदार पौधों के वितरण की प्रक्रिया दिसंबर माह के अंतिम सप्ताह से संबंधित खंड स्तर पर शुरू होगी। इस बार सेब व अन्य पौधे लेने के लिए पहले की भांति परेशानी नहीं होगी। पहले जिन बागवानों ने मांग की है उन्हें पौधे उपलब्ध करवाएंगे तथा इसके बाद पहले आओ, पहले पाओ आधार पर पौधे दिए जाएंगे। बागवानी विभाग के उप-निदेशक उद्यान, शिमला डॉ. कर्म सिंह वर्मा ने बताया है कि इस बार नवंबर माह में अच्छी बारिश एवं बर्फबारी होने के कारण नमी अच्छी है। ऐसे में बागवान सेब के पौधे लगाने के उत्साहित है। साथ ही रॉयल सेब के मुकाबले अन्य किस्म के सेब की पौधों की मांग भी बढ़ रही है क्योंकि रॉयल सेब के फल की गुणवत्ता एवं आकार हर साल कम हो रहा है इसलिए नई किस्मों की ज्यादा मांग है।
उन्होंने कहा कि इस बार बागवानी विभाग जिला शिमला के बागवानों के लिए रेड केप वैलटॉयड, किन्ग रोट, सुपर चीफ, स्कारलेट स्पर-2, जेरोमाइन, चलान स्पर, कैमरोन सिलेक्ट, शैलेट रूप, रॉयल रेड हनी क्रिस्प, क्रिमसन टोपाज, रेड केमियो, प्रीमियर हनी क्रिस्प, कोर्टलेनड, अरली रेड वन, अविल अरली फ्यूजी, ऐजटेक् फ्यूजी, सन फ्यूजी, डार्क वेरॉन गाला, गाला शिंनिगा शिंको, गाला विनस फिंगल, गाला वाल, रेडलम गाला, गेल गाला, अलटीमा गाला, बैजेन्ट् गाला, ग्रैनी स्मिथ, जिंजर गोल्ड, गिब्सन गोल्डन सेब की किस्म के पौधे प्रदान करेगा। इसके अलावा केवल रूट स्टॉक बड – 9, 10, 118, एमला -9,7,26,106,111, एम एम – 111, पाजाम-2 भी बागवानी विभाग के पास उपलब्ध रहेंगे।
उन्होंने कहा कि बागवानी विभाग सेब के अलावा इस वर्ष नाशपाती, पलम, चेरी के पौधे भी वितरित करेगा। शिमला जिले के निचले क्षेत्र में पिछले कई वर्षों से नाशपाती, पलम एवं चेरी के अच्छे दाम बागवानों को मिल रहे हैं, जिसके कारण इनकी मांग इस वर्ष ज्यादा है।