ओलावृष्टि से सेब पेड़ों से पत्ते तक झड़ कर बगीचों में जमीन पर बिछ गए, साल भर के खर्च चलाने की सताने लगी बागवानों को चिंता
रामपुर बुशहर, 8 जून मीनाक्षी
जिला शिमला के कई स्थानों पर वीरवार शाम को भारी ओलावृष्टि हुई है! ओलावृष्टि से सेब की फसल को सबसे अधिक नुकसान हुआ है। शिमला जिला के ननखड़ी की बगल्ती, खुन्नी पनोली आसपास के क्षेत्रों में व कुल्लू जिले के निथर में आसमान से ओले ऐसे बरसे की बागवानों की कमर ही तोड़ दी है। शाम के समय कहीं ओले तो कहीं आंधी-तूफान से सेब की फसल को नुकसान पहुंचा है। ओलावृष्टि से सेब पेड़ों से पत्ते तक झड़ कर बगीचों में जमीन पर बिछ गए।

वहीं
मौसम के रुख में आए बदलाव के बाद तापमान में गिरावट से भी सेब की फसल को भारी नुकसान होने का अंदेशा जताया जा रहा है। ननखड़ी के गोपाल, निशा, राजेश का कहना है कि 10 मिनट की ओलावृष्टि से सेब की पूरी फसल तबाह हो गई। इस बार मौसम लगातार बरस रहा है ऐसे में इस बार साल भर गुजारा कैसे होगा इसकी चिंता सताने लगी है।
परिवार का पालन पोषण करने के लिए हम लोग सेब पर ही निर्भर होते हैं लेकिन पहले ही इस बार फसल कम है और उपर से ओलावृष्टि और तूफान ने भारी नुकसान पहुंचाया है। हमारी सरकार व विभाग से मांग है कि हमें नुकसान का उचित मुआवजा प्रदान किया जाए। जबकि सेब के पेड़ पौधों के लिए स्प्रे की दवाइयां निशुल्क मुहैया करवाई जाए ताकि अगले साल तो अच्छी फसल हो सके।

तूफान से एंटी हेलनेट भी उड़ा दी है, और बांस टूट गए। सेब की फसल को ओलावृष्टि के कारण भारी नुकसान हुआ है। ओलावृष्टि के कारण बागवानों को भारी नुकसान हुआ है कई क्षेत्रों में सेब के पौधे भी बुरी तरह क्षतिग्रस्त हुए हैं।