रामपुर बुशहर ,1 सितंबर मीनाक्षी
सीआईएसएफ की प्रमुख कल्याणकारी पहलों (Welfare initiatives) से 1.6 लाख बल सदस्यों लाभान्वित होंगे
ऑनलाइन वेलफेयर पोर्टल की शुरूआत 1 सितंबर, 2025 से होगी
अपने कर्मियों और उनके परिवारों के कल्याण को बढ़ावा देने के लिए एक बड़े कदम के रूप में, केन्द्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) ने अपने बल सदस्यो के लिए अनेक पहल शुरू की हैं जिसके तहत – कम ब्याज दर वाले ऋण, बच्चों के लिए छात्रवृत्ति के अवसरों में वृद्धि, चिकित्सा उपचार के लिए बेहतर सहायता, सेवानिवृत्त कर्मचारियों के लिए अधिक लाभ, इकाई स्तर के कार्यक्रमों के लिए धन का प्रावधान आदि शामिल हैं।
इन नई पहलों के माध्यम से सेवाओं का तेज़ और अधिक पारदर्शी वितरण सुनिश्चित होगा और वित्तीय समस्याएं कम होंगी। महत्वपूर्ण बात यह है कि ये लाभ बिना किसी अतिरिक्त वित्तीय बोझ के अधिकतम कर्मियों को प्राप्त होंगे, क्योंकि ये समायोजन आंतरिक निधि पुनर्गठन के माध्यम से किए गए हैं। सैनिक सम्मेलनों के दौरान बल सदस्यों के साथ विस्तृत परामर्श के बाद ये उपाय तैयार किए गए हैं।
व्यक्तिगत ऋणों पर ब्याज दरें, जो पहले 6% तक थीं, अब सभी श्रेणियों में आधी, अर्थात 3% कर दी गई हैं, जबकि चिकित्सा उपचार ऋणों पर केवल 2% ब्याज लगेगा। गृह ऋण, विवाह आदि जैसे मामलों में ऋण राशि जो पहले ₹ 3 लाख थी को बढ़ाकर ₹ 5 लाख कर दिया गया है, जबकि पुनर्भुगतान अवधि को पहले के 3 वर्षों से बढ़ाकर अब 5 वर्ष कर दिया गया है।
आयुष्मान CAPF और CGHS जैसी योजनाओं के तहत भुगतान नहीं हुए चिकित्सा बिलों पर जेब से होने वाले खर्च की पूरी प्रतिपूर्ति केन्द्रीय कल्याण कोष से की जाएगी। पहले इसकी सीमा बिल के 10% और अधिकतम ₹50,000 तक थी। अब चिकित्सा आधार पर अतिरिक्त साधारण अवकाश (Extra Ordinary Leave) के दौरान भी वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी।
शायद सबसे दूरगामी सुधार डीजी छात्रवृत्ति योजना में हुआ है। अब इसका विस्तार CISF कर्मियों के बच्चों जो (10+2 में अध्ययनरत) हैं के एक बड़े समूह को लाभान्वित करने के लिए किया गया है। पहले केवल 90% से अधिक अंक प्राप्त करने वाले 150 छात्रों को ही छात्रवृत्ति प्रदान की जाती थी। अब 80% से अधिक अंक लाने वाले सभी CISF कर्मियों के बच्चे ₹20,000 की छात्रवृत्ति के पात्र होंगे और 90% से अधिक अंक लाने वाले बच्चों को ₹25,000 प्रदान किये जायेंगे। लाभार्थियों की संख्या पर कोई सीमा नहीं होगी। इसके अतिरिक्त शहीदों के बच्चों के लिए कक्षा 01 से PG तक छात्रवृत्ति राशि भी पहले के ₹6,000 – ₹18,000 से बढ़ाकर ₹10,000 – ₹20,000 कर दी गई है, लाभार्थियों की संख्या पर कोई सीमा नहीं होगी।
सेवानिवृत्त कर्मियों को अब जोखिम बचत लाभ के रूप में 1.25 लाख रुपये एकमुश्त मिलेंगे। पहले उन्हें केवल लगभग ₹75,000 से ₹80,000 एकमुश्त मिलते थे। Ex-gratia अंतिम संस्कार व्यय भी ₹25,000 से बढ़ाकर ₹35,000 कर दिया गया है।
यूनिट स्तर के खर्चों के लिए, जलपान दरों में वृद्धि की गई है। गणतंत्र दिवस, स्वतंत्रता दिवस, सीआईएसएफ स्थापना दिवस, सैनिक सम्मेलन और सेवानिवृत्त कर्मियों की विदाई जैसे अवसरों पर अब यूनिट में उपस्थित सभी कर्मियों को प्रति व्यक्ति ₹50 की दर से जलपान उपलब्ध कराया जाएगा। सीआईएसएफ स्थापना दिवस परेड और गणतंत्र दिवस परेड में भाग लेने वालों के लिए विशेष आहार भत्ता ₹60 से बढ़ाकर ₹100 प्रतिदिन कर दिया गया है।
1 सितंबर, 2025 से, सीआईएसएफ तेज, पारदर्शी और आसानी से सुलभ कल्याण सेवाएं प्रदान करने के लिए एक समर्पित ऑनलाइन वेलफेयर पोर्टल की शुरूआत करेगा। बल के सदस्य इस पोर्टल के माध्यम से ऋण, छात्रवृत्ति, चिकित्सा प्रतिपूर्ति आदि के लिए सीधे आवेदन कर सकेंगे। यह पोर्टल वित्तीय कल्याण अनुरोधों को प्रोसेस करने की मौजूदा मैनुअल प्रणाली की जगह लेगा। सीआईएसएफ मुख्यालय द्वारा विकसित एक विशेष सॉफ्टवेयर अंशदायी कल्याण निधि (Contributory Welfare Fund) का प्रबंधन करेगा, जो ऑनलाइन आवेदन के 15 दिनों के भीतर इलेक्ट्रॉनिक निकासी और आवेदक के खाते में भुगतान का सीधा हस्तांतरण सुनिश्चित करेगा। ऋणों के लिए प्राथमिकता व्यवस्थित रूप से निर्धारित की जाएगी, जिसमें चिकित्सा उपचार सबसे ऊपर होगा, उसके बाद विवाह, शिक्षा, आवास और अन्य ज़रूरतें होंगी।
यह पहल बल के पहले के डिजिटल सुधारों पर आधारित है। पेंशन प्रक्रिया को पहले ही ऑनलाइन कर दिया गया है, जिससे सेवानिवृत्ति की तिथि पर पेंशन भुगतान आदेश (पीपीओ) जारी किए जा रहे हैं और अधिकांश बकाया राशि का तुरंत भुगतान किया जा रहा है । इसके अलावा, ई-सेवा पुस्तिका शुरू की गई है, जिससे कार्मिक अपने रिकॉर्ड ऑनलाइन देख सकेंगे, त्रुटियों को सही करवा सकेंगे और यह सुनिश्चित कर सकेंगे कि उनके सेवा विवरण समय पर अपडेट हों—जिससे उन्हें बिना किसी देरी के वे सभी लाभ प्राप्त करने में मदद मिलेगी जिनके वे हकदार हैं।
सीआईएसएफ मुख्यालय के वरिष्ठ अधिकारियों ने इन पहलों की सराहना करते हुए इसे “कर्मियों और उनके परिवारों के कल्याण की रक्षा के लिए एक निर्णायक कदम” बताया है। वित्तीय बोझ कम करके, छात्रवृत्ति का विस्तार करके, चिकित्सा कवर बढ़ाकर और प्रक्रियाओं का डिजिटलीकरण करके, सीआईएसएफ ने अर्धसैनिक बलों के बीच कल्याणकारी शासन में एक नया मानदंड स्थापित किया है।