रामपुर बुशहर,15 अगस्त
श्रीखंड में जब बादल फटा तो अपने साथ भयंकर सैलाब लेकर नीचे की और आया। आगे जो भी आया सब अपने में समाते हुए आगे बढ़ता गया। बादल फटने से नंती गांव की खड्ड भी अपने रौद्र रूप में आ गई। इसी खड्ड में कुर्मी पावर प्रोजेक्ट बना है। इस प्रोजेक्ट में पेन स्टॉक, एंकर ब्लॉक, वीयर साईट, 66 केवी ट्रांसमीशन लाईन पूरी तरह से बाढ़ की चपेट में आ गई। गनीमत ये रही कि ये घटना दिन को हुई। ऐसे में इस बादल फटने क सूचना पहले ही लग चुकी थी तो प्रोजेक्ट में कार्यरत कर्मचारी पहले ही इन साईटों से हट चुके थे। अगर ये हादसा रात को होता तो निश्चित तौर से जानी नुक्सान हो सकता था। लेकिन जिस तरह से पानी ने यहां पर तबाही मचाई उसके निशान अभी भी ताजा है। प्रोजेक्ट की वीयर साईट पूरी तरह से मलबे में तबदील हो गई। अब मौके पर बड़े बड़े पत्थर और मिट्टी भरी हुई है। वहीं 66 केवी ट्रांसमीशन लाईन भी पूरी तरह से तहसनहस हो गई। प्रोजेक्ट प्रबंधन ने कहा कि अब इस प्रोजेक्ट को फिर से चालू होने में काफी वक्त लग सकता है। प्रबंधन ने कहा कि इस बाढ़ में उन्हें करीब डेढ़ करोड़ का नुक्सान हुआ है। जबकि हर दिन जो बिजली उत्पादित नहीं हो पाएगी उसका अलग नुक्सान होगा।
श्रीखंड में बादल फटने से आई तबाही से प्रोजेक्ट को डेढ़ करोड़ के करीब नुक्सान हुआ है। गनीमत ये रही कि कोई जानी नुक्सान नहीं हुआ।
अवतार रांधवा,
प्रबंधक, कुर्मी प्रोजेक्ट
