ननखड़ी के टूटू गांव में लुहरी जल विद्युत परियोजना से प्रभावितों ने की बैठक, 2 फरवरी को निरथ में होने वाले प्रदर्शन को लेकर की चर्चा

ननखड़ी के टूटू गांव में लुहरी जल विद्युत परियोजना से प्रभावितों ने की बैठक, 2 फरवरी को निरथ में होने वाले प्रदर्शन को लेकर की चर्चा

राकेश सिंगा बैठक में रहे मौजूद अधिक से अधिक प्रभावित लोगों से किया प्रदर्शन में आने का आहवान 

रामपुर बुशहर, 28 जनवरी मीनाक्षी

 शिमला जिला के अंतर्गत आने वाली ननखड़ी तहसील की ग्राम पंचायत देलठ के टूटू गांव में रविवार को लूहरी हाइड्रो प्रोजेक्ट  210 मेगावाट से प्रभावित परिवार की एक बैठक हुई। यह बैठक ठियोग कुमारसैन के पूर्व विधायक राकेश सिंगा की अध्यक्षता में आयोजित की गई। इस दौरान क्षेत्र के प्रभावित लोगों ने इस बैठक में भाग लिया । वहीं इस दौरान राकेश सिंगा ने बताया कि परियोजना द्वारा यहां पर जो प्रभावित परिवार है उन्हें न तो प्रदूषण का मुआवजा दिया गया है और न ही लोगों के घरों में आई दरारों का प्रभावित परिवार को मिल पाया है। इसके अलावा रोजगार व उठाउ पेयजल आपूर्ति के लिए भी कोई कार्रवाई परियोजना द्वारा नहीं की गई है। उन्होंने बताया कि इसको लेकर एसडीएम रामपुर व डीसी शिमला को भी की बार अवगत करवाया गया है। लेकिन समय पर कोई भी कार्य नहीं हो पा रहा है। अधिकारियों द्वारा भी कार्यवाही नहीं की जा रही है। जिसको लेकर उन्होंने क्षेत्र की जनता से आह्वान किया है कि 2 फरवरी को निरथ में ज्यादा से ज्यादा संख्या में अपनी माँगों को हासिल करने के लिए इस प्रदर्शन में अपनी भागादारी  सुनिश्चित करें। 

वहीं इस दौरान टूटू गांव के परियोजना से प्रभावित कैलाश शर्मा ने बताया कि बीते तीन सालों से उन्हें प्रदुषण का कोई भी मुआवजा नहीं दिया गया है। उन्होंने बताया कि जब भी परियोजना स्थल पर ब्लास्टिंग इत्यादि होती है तो उसका विपरीत प्रभाव हमारे क्षेत्र में अधिक पड़ा है। ऐसे में हमारी जिविका का साधन भी प्रभावित हुआ है। ऐसे में लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने बताया कि परियोजना द्वारा न तो यहां के लोगों को समय पर रोजगार दिया जा रहा है और न ही प्रदूषण की राशि। उन्होंने बताया कि यहां पर लोगों के घरों में भी दरारें आने से घर भी असुरक्षित हुए हैं। उसका भी मुआवजा अभी तक नहीं मिल पाया है। ऐसे में कैलाश शर्मा ने एक्ट 2013 लागु करने की मांग की है। उन्होंने बताया कि क्षेत्र में पानी की समस्याएं आना भी शुरू हो गई है। ऐसे में उठाउ पेयजल योजना का निर्माण कार्य भी जल्द होना चाहिए। ऐसे में कैलाश शर्मा ने भी क्षेत्र के लोगों से आग्रह किया है कि 2 फरवरी को अधिक से अधिक लोग निरथ में पहुंचे और प्रदर्शन का हिस्सा बनकर इसे सफल बनाने का प्रयास करें।

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परियोजना से प्रभावितों की मांगों 

 प्रभावित पंचायतों को परियोजना की कुल लागत का डेढ़ प्रतिशत तुरन्त 12 प्रतिशत ब्याज सहित शीघ्र दिया जाए । परियोजना प्रभावित बेरोजगारों को रोजगार दिया जाए ,  परियोजना के निर्माण से उठ रही धूल से हुए नुकसान की भरपाई का दायरा 900 मीटर से बढाकर वास्तविकता के आधार पर किया जाए, प्रभावितों को फसलों व दरारों का सर्वेक्षण कर मुआवजा तुरंत दिया जाए ,  बांध बनने के बाद दोनों ओर (जिला शिमला, जिला कुल्लू) उठाऊ सिंचाई योजनाओं का निर्माण किया जाए ताकि परियोजना से प्रभावित किसानों को इसका लाभ मिल सके, परियोजना से प्रभावित किसानों को कुल्लू जिला में भी शिमला जिला की तर्ज पर नाप नपाई व फसलों का मुआवजा दिया जाए, परियोजना में भू-अर्जित परिवारों को स्थाई रोजगार दिया जाए,  रोजगार के बदले जिन भूमि मालिकों की जमीन गई है उन को एक मुश्त किश्त शीघ्र दी जाए, परियोजना निर्माण से उठ रही धूल से पपीता, केला, आंवला, तेजपता, कटहल, जामुन, अंगुर, नीम, अखरोट, लीची इत्यादि खराब हो रहे फलों का भी मुआवजा दिया जाए ।

फोटो कैप्शन

रामपुर बुशहर :  टूटू गांव में बैठक में भाग लेते हुए क्षेत्र के लोग व राकेश सिंगा।

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