पहाड़ी क्षेत्रों में बर्फबारी व बारिश न होने से सूखे के चलते जंगलों में आग हुई बेकाबू एक के बाद एक धू धू कर जलने लगे जंगल 

 

रामपुर बुशहर, 9 जनवरी

इन दिनों हिमाचल प्रदेश के ऊपरी क्षेत्र के जंगलों में लगातार आग की घटनाएं सामने आने लगी है। आग बुझाने में जन सहभागिता न होने से वन

विभाग की मुश्किलें बढ़ गई है। पर्यावरण प्रेमियों ने मांग उठाई हैकी वन

विभाग  लोगों के  साथ सामाजस्य बना कर जंगली आग को रोकने के तकनीकी

प्रयास हो।  लोगों ने मांग की है कि आग लगाने वालों के खिलाफ सख्त

कार्रवाई हो। वन विभाग के फील्ड कर्मचारी भी लगातार नजर बनाए रखें , ताकि

वन संपदा,  जीव जंतुओं  एवं लोगों की जंगली आग से होने वाली नुकसानियों

से निजात पाया  जा सके।

 वही ं

  पंचायत समिति सदस्य अमला कश्यप ने बताया कि आगजनी से

जीव-जंतुओं, पेड़ पौधे, व लोगो की संपति को बड़े पैमाने पर नुकसान हो रहा

है । इसे रोकने के लिए वन विभाग कोई पुख्ता व्यवस्था करें और लोगों को भी

सचेत किया जाए। ताकि जंगलों में आग ना लगे। उन्होंने लोगों से भी निवेदन

किया कि अपने स्वार्थ सिद्धि के लिए आग ना लगाएं । इससे राष्ट्र संपत्ति

को नुकसान के साथ-साथ पर्यावरण को भी हानि हो रही है।

   किरण शर्मा ने बताया कि इन दिनों जंगलों में आग लग रही है।

इससे बड़े पैमाने पर जीव-जंतु पेड़-पौधे व लोगों की संपत्ति को नुकसान हो

रहा है। इसलिए विभाग सचेत होकर जंगलों पर नजर रखें और आग लगाने वालों पर

कड़ी कार्रवाई हो । ताकि हमारे जंगल बच सके ।

बाक्स

 वन मंडलाधिकारी विकल्प यादव ने बताया , इस बार सर्दियों के

मौसम में अब तक की स्थिति को देखते हुए बारिश काफी कम हुई है। इन हालात

में वन क्षेत्रों में आगजनी की घटनाएं बढ़ सकती है। स्थिति को देते देखते

हुए उन्होंने अपने अधीनस्थ अधिकारियों व कर्मचारियों को आदेश दिया है कि

आग पर कड़ी नजर रखे। संबंधित क्षेत्र की स्वयंसेवी संस्थाओं , पंचायत,

महिला मंडल व युवक मंडलों  से समन्वय बनाकर आग से लड़ने के लिए कदम उठाए

जाएं । उन्होंने कहा यह भी प्रयास किया है कि लोगों को जागरूक करने के

लिए शिविर लगाकर एक अभियान चलाया जाए।

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