रामपुर बुशहर,3 अप्रैल मीनाक्षी
हिमाचल प्रदेश के रामपुर बुशहर में बीते 8 मार्च को डंसा पंचायत के जगुणी गांव में एक साथ तीन तेंदुए की मौत हो चुकी थी। जिसके बाद वन विभाग द्वारा तीनों तेंदुओं का पोस्टमार्टम करवाकर जिसकी रिपोर्ट सामने आ चुकी है। रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि तीनों तेंदुओं की मौत आर्गनोफोस्फोरस कीटनाशक दवा से हुई थी तीनों तेंदुए एक ही दिन में एक ही क्षेत्र में मृत पाए थे। इस दौरान एक तेंदुए के सात नाखून भी गायब बताए गए। वहीं वन विभाग द्वारा इसकी रिपोर्ट पुलिस थाना रामपुर को दी उसके बाद पुलिस द्वारा इस पर आगामी कार्रवाई की जाएगी।
उधर एसएचओ रामपुर जयदेव सिंह ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट सामने आने के बाद अब केस दर्ज कर लिया गया है। पुलिस की टीम द्वारा आगामी कार्रवाई शुरू कर दी गई है। उन्होंने बताया कि इस संबंध में पुलिस की टीम मौके पर जाएगी और मौके पर जाकर छानबीन शुरू करेगी।
वहीं बता दें कि डंसा पंचायत के जगुणी में संदिग्ध अवस्था में तीन तीन तेंदुए एक साथ आठ मार्च को मृत पाए गए थे। सुबह जब किसी ग्रामीण ने गांव के समीप एक तेंदुए को देखा तो वह डर गया। लेकिन तेंदुआ अचेत अवस्था मे पड़ा होने के कारण उस ग्रामीण ने इस बात की जानकारी अन्य ग्रामीणों को दी। जब ग्रामीण इकठ्ठा हुए तो उन्होंने देखा कि ये तेंदुआ तो मृत हो गया है। जिसके बाद कुछ दूरी पर अन्य दो तेंदुए भी इसी तरह से अचेत अवस्था में पड़े थे। जिसके बाद ग्रामीणों ने इस बात की जानकारी वन विभाग और पुलिस को दी। जिसके बाद वन विभाग की तरफ से फॉरेस्ट गार्ड सर्जित सिंह मौके पर अपनी टीम के साथ पहुंचे थे। उन्होंने मौके का पूरा मुआयना किया और मृत तेंदुओं को अपने कब्जे में लेकर उन्हें रामपुर ले जाने की तैयारी की। जिसका पोस्टमार्टम करवाकर गया और तीनों तेंदुओं के शवों को टीम गठित करने के बाद जलाया गया था। पोस्टमार्टम के लिए रिपोर्ट बरेली भेजीं गई थी जिसकी अब रिपोर्ट सामने आ गई है।