रामपुर बुशहर, 25 नवम्बर
एचपीयू को एनएसयूआई ने दी चेतावनी, दोबारा चेक किए जाएं पेपर प्रथम वर्ष के परिणाम में हजारों स्टूडेंट्स का भविष्य लगाया दांव परः तरून
आज एनएसयुआई रामपुर इकाई ने महाविद्यालय के प्रधानाचार्य के माध्यम से हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के कुलपति को ज्ञापन सौंपा।और कहा की प्रदेश यूनिवर्सिटी की ओर से घोषित कीया प्रथम वर्ष का परिणाम महज पंद्रह सोलह प्रतिशत रहा है जो कि चिंतनीय विषय है। एनएसयूआई रामपुर के अध्यक्ष तरून कायथ ने कहा कि गत दिनों जो प्रथम वर्ष का परिणाम विश्वविद्यालय प्रशासन ने निकाला है उसमें हजारों युवाओं के साथ धोखा किया है। उन्होंने कहा कि इस बार पेपर बाहर की कंपनी को ठेके पर देकर चेक करवाए हैं, जिस कारण उन्होंने बिना किसी जिम्मेदारी के जल्दबाजी में पेपर चेक किए हैं। एनएसयूआई ने कहा है कि यदि दोबारा से पेपर चेक नहीं किए तो प्रदेश स्तर पर बड़ा आंदोलन शुरू कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि यह पेपर प्रदेश के टीचर से ही चेक करवाए जाएं। तरुण कायथ ।ने कहा की रिजल्ट इतना लेट निकाला है कि छात्रों के दो-दो वर्ष बर्बाद हो रहे हैं। बहुत सारे छात्रों को इंटरनल असेसमेंट में ही फेल कर दिया है। प्रदेश यूनिवर्सिटी का रिजल्ट मात्र पंद्रह-सोलह प्रतिशत रहा है जो कि चिंतनीय विषय है। इस मौके एनएसयूआई के पदाधिकारी अब विक्रांत रांझा , अखिल भंडारी, आदर्श, आशीष , रोहित ,अजय, रवीश ,आयुष, और भी बहुत सारे एनएसयुआई के कार्यकर्ता मौजूद रहे!
आंदोलन की चेतावन दी
तरूण कायथ ने आरोप लगाते हुए कहा है कि जो छात्र अवधी परीक्षाओं में बेहतरीन अंक लेकर पास हुए थे उनका रिजल्ट इतना खराब कैसे आ सकता है। यह सब हिमाचल विश्वविद्यालय प्रशासन की कारगुजारी के कारण हुआ है। युवा खुद को ठगा हुआ महसूस कर रहा है। शिक्षा को पैसे कमाने का धंधा एचपीयू प्रशासन ने बना लिया है साथ ही उन्होंने कहा कि यदि यूनिवर्सिटी प्रशासन दोबारा से उनके पेपरों की जांच नहीं करवाता है तो एनएसयूआई पूरे प्रदेश भर में उग्र आंदोलन करेगी।