स्थान में प्राकृतिक गुफा में होती है धर्मी और पापी की पहचान
रामपुर बुशहर, 19 फरवरी
हिमाचल प्रदेश के रामपुर के समीप निरमंड खंड के देव ढांक
नामक शिव गुफा में शिवरात्रि के अवसर पर भारी संख्या में श्रदालु आते
है। मान्यता है इस प्राकृतिक गुफा मैं शिवरात्रि के दिन भक्तों की
मनोकामना पूरी होती है। प्राकृतिक रूप से मिटटी की बनी इस प्राकृतिक
गुफा की एक विशेषता यह है की गुफा के भीतर शिव के दर्शन तभी संभव है
अगर व्यक्ति धर्मी हो उस मिट्टी की गुफा के द्वार के भीतर धर्मी आदमी
प्रवेश कर सकता है और अधर्मी नहीं। गुफा की विशेषता को देखते हुए
क्षेत्र ही नहीं बल्कि बाहरी राज्यों से भी यहां लोग शिवरात्रि पर्व के
अवसर पर विशेष रूप से उपस्थित रहते हैं। माना जाता है कि देव ढांक से ही
कैलाश परिक्रमा की प्रक्रिया शुरू होती है।
वही ं
मंदिर पुजारी मदनलाल ने बताया आज शिवरात्रि का पर्व चलाहै ,बहुत
लोग बाहर से आए है बहुत भीड़ है। यहां शिव जी शिव की गुफा है देवड़ाक
के नाम से यहां बहुत लोग आते हैं। गुफा गुफा में एक छोटा सा दरवाजा है
उससे मैं पापी और धर्म की पहचान होती है.
वही
पूजा सोनी ने बताया कि वह छत्तीसगढ़ से आज देवड़ाक आए हैं यहां
आ कर अच्छा लग रहा है बहुत अच्छी जगह है मंदिर में अंदर ही रास्ता
है। काफी भीड़ है. दर्शन मुश्किल होगा अंदर गुफा में अंदर जाना पड़ता है
मिट्टी से बनी गुफा
है।
फोटो कैप्शन
रामपुर बुशहर : दर्शन करते हुए श्रधालु!