पंजाब नेशनल बैंक द्वारा चुहाबाग में किया ऋण मुक्ति शिविर का आयोजन  32 ऋण धारकों के मामले निपटाए , 24 लाख रुपए की प्रदान की राहत

 

रामपुर बुशहर,7 मार्च

पंजाब नेशनल बैंक  ने शिमला जिले के रामपुर चूहाबाग में एक विशेष ऋण मुक्ति शिविर का आयोजन किया, जिसमें रामपुर, ज्यूरी और निरथ के 32 ऋण धारकों को लगभग 24 लाख रुपये की राहत प्रदान की गई। इस शिविर का उद्देश्य आर्थिक रूप से कमजोर और ऋणग्रस्त उपभोक्ताओं को राहत देना था। शिविर में लगभग 50 से अधिक ऋण धारकों ने भाग लिया।

शिविर में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए पंजाब नेशनल बैंक के शिमला मंडल कार्यालय के सहायक महाप्रबंधक  संदीप अग्रवाल ने बताया कि यह शिविर केवल एक स्थान तक सीमित नहीं है, बल्कि पूरे क्षेत्र में 138 विभिन्न स्थानों पर आयोजित किए जा रहे हैं। बैंक का मुख्य उद्देश्य उपभोक्ताओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना और उन्हें ऋण के बोझ से मुक्त करना है। इस प्रकार के शिविर विशेष रूप से उन लोगों के लिए फायदेमंद होते हैं, जो किसी कारणवश अपने ऋण का भुगतान करने में असमर्थ हैं और आर्थिक संकट का सामना कर रहे हैं।

उन्होंने बताया कि ऋण माफी योजना का सबसे अधिक लाभ किसानों, छोटे व्यापारियों और कमजोर आर्थिक स्थिति वाले व्यक्तियों को मिल रहा है। ऋण राहत कार्यक्रम के तहत, बैंक उन उपभोक्ताओं के ऋण माफ कर रहा है जो लंबे समय से अपनी किश्तों का भुगतान करने में असमर्थ थे। इस कदम से उन लोगों को नई शुरुआत करने का अवसर मिलेगा और वे पुनः आर्थिक गतिविधियों में संलग्न हो सकेंगे।

वहीं इस दौरान उन्होंने बताया कि 

संदीप अग्रवाल ने बताया कि पंजाब नेशनल बैंक ऋणग्रस्त ग्राहकों को राहत देने के लिए लगातार प्रयास कर रहा है। उन्होंने सभी ऋण धारकों से अपील की कि वे इस योजना का लाभ उठाने के लिए अपनी निकटतम बैंक शाखा में जाकर जानकारी प्राप्त करें। 

वहीं राहुल नलवा मैनेजर पंजाब नेशनल ब्रांच चुहाबाग ने बताया कि ऋण माफी शिविर का आयोजन न केवल ऋण धारकों को राहत देने के लिए किया गया, बल्कि इसका उद्देश्य उपभोक्ताओं को बैंक की अन्य योजनाओं और सेवाओं के बारे में जागरूक करना भी था। जो लोग इस योजना के अंतर्गत आते हैं, उन्हें जल्द से जल्द अपने दस्तावेज़ों के साथ बैंक शाखा में संपर्क करना चाहिए, ताकि वे इस सुविधा का लाभ प्राप्त कर सकते हैं।

वहीं इस ऋण मुक्ति कार्यक्रम से स्थानीय लोगों में उत्साह देखा गया, क्योंकि इससे उन्हें वित्तीय संकट से उबरने और नए अवसरों की ओर बढ़ने का मौका मिला है। इस प्रकार की योजनाएँ छोटे किसानों, मजदूरों और छोटे व्यवसायियों के लिए बहुत महत्वपूर्ण होती हैं, क्योंकि वे आर्थिक अस्थिरता से उबरकर अपने व्यवसाय और जीवन को फिर से संवार सकते हैं।पंजाब नेशनल बैंक का यह ऋण राहत कार्यक्रम न केवल ऋणग्रस्त लोगों के लिए राहत लेकर आया है, बल्कि यह भी साबित करता है कि बैंक केवल वित्तीय लेन-देन का ही केंद्र नहीं, बल्कि एक सामाजिक उत्तरदायित्व निभाने वाली संस्था भी है। वहीं इस दौरान चीफ़ रिकवरी शिमला रश्मि गहलोद, पंजाब नेशनल बैंक रामपुर के मैनेजर व अन्य बैंक के अधिकारी कर्मचारी भी मौजूद रहे।

फोटो कैप्शन

रामपुर बुशहर : ऋण मुक्ति शिविर में पहुंचे ऋण धारक व बैंक के अधिकारी।

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