रामपुर बुशहर,17 अप्रैल
रामपुर उपमंडल में बीती रात लगभग 12 बजे के करीब आए तेज आंधी-तूफान ने इलाके में भारी तबाही मचाई। इस तूफान ने न केवल जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया, बल्कि किसानों की मेहनत पर भी पानी फेर दिया। रामपुर – झाकड़ी और आसपास के क्षेत्रों में तूफान के कारण बिजली आपूर्ति बाधित हो गई, जिससे लोगों को रातभर अंधेरे में रहना पड़ा।
तूफान के चलते कई जगहों पर पेड़ उखड़कर सड़कों पर और खड़ी गाड़ियों पर गिर गए। इससे गाड़ियों को गंभीर नुकसान पहुंचा है। कई वाहन बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हुए हैं और कुछ रास्ते भी अवरुद्ध हो गए हैं, जिससे आज सुबह लोगों को आवाजाही में दिक्कतों का सामना करना पड़ा। लोक निर्माण विभाग और प्रशासन की टीमें मौके पर पहुंचकर सड़कों को साफ करने में जुटी हैं।
सबसे अधिक नुकसान किसानों को हुआ है। इस तूफान के कारण खेतों में खड़ी सेब, मटर, गेहूं और जौ की फसलों को काफी नुकसान पहुंचा है। कई बागवानों ने बताया कि सेब के पेड़ों से फल टूटकर नीचे गिर गए हैं और फसलें पूरी तरह से बर्बाद हो गई हैं। गेहूं और जौ की फसलें जो कटाई के लिए तैयार थीं, वे तेज हवाओं और बारिश की वजह से गिरकर खराब हो गई हैं। मटर की फसल भी बुरी तरह प्रभावित हुई है।
किसानों का कहना है कि उन्होंने बड़ी मेहनत से इन फसलों को तैयार किया था, लेकिन एक ही रात में सब कुछ बर्बाद हो गया। अब उन्हें भारी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ेगा। प्रशासन से नुकसान का जायजा लेकर उचित मुआवज़े की मांग की जा रही है।
इसके अतिरिक्त, कई जगहों पर बिजली के खंभे भी टूट गए हैं और तारों के टूटने से बिजली आपूर्ति ठप हो गई। बिजली बोर्ड की टीमें मरम्मत कार्य में लगी हैं, लेकिन अभी भी कई इलाकों में बिजली नहीं लौट पाई है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि उन्होंने पहले कभी इतनी तेज आंधी नहीं देखी थी। अचानक आई इस आपदा ने सभी को चौंका दिया है। मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों में और भी खराब मौसम की संभावना जताई है, जिससे लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।