रामपुर बुशहर, 25 दिसंबर
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की राजनीतिक पृष्ठभूमि के ऐतिहासिक पटल पर देश में बहुत कम ऐसे चुनावी हल्के होंगे जहां से वहां के मतदाताओं ने हर बार कांग्रेस के प्रत्याशी को विधायक बनाकर विधानसभा पहुंचाया, अपातकाल के दौर के अढ़ाई वर्षों को छोड़ दिया जाए लगातार 1951 से लगभग 70 वर्षों तक कांग्रेस के किले को अजेय बनाएं रखा हो, निसंदेह ऐसे क्षेत्र अपवाद व दुर्लभ ही होगे, ऐसे ही दुर्लभ क्षेत्रों में शुमार है रामपुर विधान सभा क्षेत्र, जिसे जितने के लिए भाजपा सदैव प्रयासरत रही है, इस बार के विधान सभा चुनावों में भी भाजपा ने अपना सर्वस्व दाव पर लगा रखा था, रामपुर में कांग्रेस को हराने के लिए भाजपा ने सभी नियमों को ताक पर रखकर सरकारी मशीनरियों का इस्तेमाल किया, पूरी प्रदेश सरकार व सरकारी अमला रामपुर में कांग्रेस को हराने में लगा था, केंद्रीय मंत्रियों, व राष्ट्रीय अध्यक्ष तक को रामपुर में उतारा गया, धनबल का अथाह इस्तेमाल हुआ, परंतु रामपुर की जनता ने कांग्रेस व स्वर्गीय राजा साहब वीरभद्र सिंह जी में अपना अटूट विश्वास जताया, तथा कांग्रेस के प्रत्याशी श्री नंद लाल जी की ईमानदार छवि, कांग्रेस के कार्यकाल में उनकी रहनुमाई में रामपुर में हुए अथाह विकास, उनकी स्पष्टवादी व पारदर्शी कार्यशैली लोगो की पसंद बनी, पूर्व में रही कांग्रेस सरकारों के किए विकासकार्यो को आधार मान कर अपना मत दिया, तथा रामपुर के राज-परिवार के अस्मरणीय योगदान को इस जीत से किसी भी रूप में अलग नही किया जा सकता है, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्षा राजमाता प्रतिभा सिंह, व फायर ब्रांड युवा नेता राजा विक्रमादित्य ने इस जीत में महत्वपूर्ण व अहम भूमिका निभाई है, ब्लॉक कांग्रेस रामपुर, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के राज्य नेतृत्व, राष्ट्रीय नेतृत्व, व प्रदेश के मुख्यमंत्री महोदय से गुहार लगाती है कि ऐसे अजेय किले के कांग्रेसी सैनिकों को सम्मान बख्शा जाए तथा रामपुर विधान सभा क्षेत्र से लगातार दसवीं बार कांग्रेस के विधायक के रूप में विधान सभा पहुंचाने वाले मतदाताओं की भावनाओ का सम्मान किया जाए, इसके साथ साथ मंडी लोकसभा हल्के के किसी भी विधानसभा क्षेत्र से लगातार चार बार जीतने वाले एक मात्र वरिष्ठ विधायक के रूप में भी श्री नंद लाल जी ही इस बार विधान सभा पहुंचे हैं, इस लिहाज से भी श्री नंद लाल जी को इस सरकार में सम्मान दिया जाना वाजिब है ।