रामपुर बुशहर,7 जुलाई मीनाक्षी
रामपुर वन प्रभाग की बहादुर वन रक्षक उषा देवी को हाल ही में हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री द्वारा आज सोमवार को एक विशिष्ट अवसर पर सम्मानित किया गया। यह सम्मान उन्हें हिमालयन गोरल के शिकार के एक संवेदनशील मामले में अपनी अद्वितीय सूझबूझ, साहसिक निर्णय और पेशेवर तत्परता से शिकारियों को पकड़ने के लिए प्रदान किया गया। उनके इस सराहनीय कार्य ने न केवल रामपुर वन प्रभाग बल्कि पूरे प्रदेश के वन्यजीव संरक्षण तंत्र को गौरवान्वित किया है।
हिमालयन गोरल, जो कि एक संरक्षित और संकटग्रस्त वन्यजीव प्रजाति है, के शिकार को रोकना एक गंभीर चुनौती है। इस चुनौतीपूर्ण परिस्थिति में उषा देवी द्वारा दिखाया गया साहस और तत्परता यह दर्शाता है कि वे न केवल अपने कर्तव्यों के प्रति सजग हैं, बल्कि उनमें नेतृत्व क्षमता और दृढ़ निश्चय भी मौजूद है। उन्होंने न केवल शिकारियों को रंगे हाथों पकड़ा, बल्कि वन्यजीवों के प्रति अपराध करने वालों को कानून के दायरे में लाने का भी सफल प्रयास किया।
डीएफओ रामपुर गुरु हर्ष अमरेन्द्र सिंह ने बताया कि
रामपुर वन प्रभाग को अपनी इस समर्पित कर्मचारी पर अत्यंत गर्व है। विभाग का मानना है कि ऐसे कर्मठ और प्रेरणास्रोत कर्मचारी ही देश में वन्यजीव संरक्षण को मजबूती प्रदान करते हैं। उषा देवी का यह कार्य समस्त फील्ड स्टाफ, विशेष रूप से महिलाओं के लिए एक प्रेरणादायक उदाहरण है, जो यह साबित करता है कि प्रतिबद्धता, साहस और संवेदनशीलता से किसी भी कठिन कार्य को सफल बनाया जा सकता है।
डीएफओ ने बताया कि वन प्रभाग की ओर से उन्हें हार्दिक बधाई और उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं दी गई हैं। विभाग यह आशा करता है कि उषा देवी अपने सेवा काल में इसी तरह निरंतर उत्कृष्ट कार्य करते हुए वन्यजीवों और वनों की रक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती रहेंगी। उनके जैसे समर्पित अधिकारियों के प्रयास सतत विकास और जैव विविधता संरक्षण के लिए एक मजबूत नींव रख रहे हैं, जो आने वाली पीढ़ियों के लिए एक सुरक्षित पर्यावरण की दिशा में अहम कदम हैं।