रामपुर बुशहर, 8 मई योगराज भारद्वाज
रामपुर एचपीएस 412 मेगावाट में सतलुज नदी का आयोजन किया गया। यह सतलुज नदी और सभी जल संसाधनों को श्रद्धांजलि अर्पित करने और उन्हें संरक्षित करने की दिशा में एक कदम है। सतलुज आराधना पूजा के अवसर पर, विकास मारवाह, रामपुर एचपीएस के परियोजना प्रमुख उपस्थिति रहे ।
कार्यक्रम की शुरुआत वैदिक मंत्रोच्चारण एवं, पारंपरिक पूजा विधि और जल आरती के साथ हुई। नदी को भारतीय संस्कृति में माँ के रूप में पूज्य माना जाता है, और इसी भावना को पुनः जीवित करते हुए यह आयोजन नदियों की पवित्रता, संरक्षण और महत्व पर जनमानस को जागरूक करने के लिए किया गया।
विकास मारवाह परियोजना प्रमुख ने कहा कि
“नदियाँ न केवल हमारे प्राकृतिक संसाधन हैं, बल्कि हमारी सांस्कृतिक और आध्यात्मिक धरोहर भी हैं। इस कार्यक्रम का उद्देश्य लोगों में नदियों के प्रति श्रद्धा, जिम्मेदारी और जागरूकता बढ़ाना है।” उन्होंने नदी की ऐतिहासिक, धार्मिक एवं पारिस्थितिकीय महत्व पर प्रकाश डाला। मारवाह ने यह भी कहा कि एसजेवीएन अपने नैतिक दायित्वो प्रतिपूर्ति करता रहेगा।
फोटो कैप्शन
रामपुर बुशहर : सतलुज नदी की पुजा अर्चना करते हुए।