केंद्रीय ऊर्जा सचिव आलोक कुमार ने किया निर्माणाधीन लुहरी व बायल हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट का दौरा
रामपुर बुशहर, 18 अप्रैल
केंद्रीय ऊर्जा सचिव आलोक कुमार ने हिमाचल प्रदेश में एसजेवीएन के 412 मेगावाट के रामपुर हाइड्रो पावर स्टेशन, 210 मेगावाट की लुहरी हाइड्रो इलेक्ट्रिक प्रोजेक्ट (स्टेज-1) और 382 मेगावाट की सुन्नी डैम हाइड्रो इलेक्ट्रिक प्रोजेक्ट का दौरा किया। यात्रा के दौरान एसजेवीएन के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक नंद लाल शर्मा उनके साथ थे। आलोक कुमार ने कोयल में 66/22 केवी सबस्टेशन का उद्घाटन किया और लुहरी-1 एचईपी के पावर हाउस, मुख्य बांध और बाढ़ संरक्षण दीवार में कंक्रीटिंग कार्य शुरू किया। उन्होंने प्रमुख घटकों की चल रही निर्माण गतिविधियों का निरीक्षण किया और परियोजना अधिकारियों और ठेकेदारों को परियोजना कार्यक्रम के महत्वपूर्ण मील के पत्थर हासिल करने के लिए योजनाबद्ध तरीके से काम करने के निर्देश दिया। एसजेवीएन के सीएमडी नंद लाल शर्मा ने केंद्रीय ऊर्जा सचिव को विभिन्न परियोजना घटकों पर हुई प्रगति के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि जून, 2022 में नदी को सफलतापूर्वक मोड़ दिया गया है और कॉफर बांध और बाढ़ सुरक्षा दीवार के लिए खुदाई का काम पहले ही पूरा हो चुका है। बांध के ऊपर टेल रेस चैनल, स्ट्रिपिंग और स्लोप स्टेबलाइजेशन का काम और दाहिने किनारे पर पावर हाउस का काम पूरा होने वाला है। आलोक कुमार ने 412 मेगावाट रामपुर एचपीएस और 382 मेगावाट सुन्नी बांध एचईपी का भी निरीक्षण किया। उन्होंने सुन्नी बांध एचईपी में चल रही निर्माण गतिविधियों की प्रगति का जायजा लिया और उन्हें रामपुर एचपीएस में संचालन और रखरखाव गतिविधियों के बारे में जानकारी दी गई। आलोक कुमार ने निर्माणाधीन परियोजनाओं की प्रगति की गति पर संतोष व्यक्त किया और साल दर साल हाइड्रो सेक्टर में उत्पादन में बेंचमार्क स्थापित करने में एसजेवीनाइट्स के प्रयासों की सराहना की। एसजेवीएन 1912 मेगावाट क्षमता के दो पावर स्टेशनों का संचालन कर रहा है और सतलुज बेसिन पर 1624 मेगावाट की संचयी उत्पादन क्षमता वाली चार परियोजनाओं को क्रियान्वित कर रहा है। एसजेवीएन का कुल परियोजना पोर्टफोलियो 46,879 मेगावाट है और 2040 तक 50,000 मेगावाट कंपनी बनने की ओर बढ़ रहा है।
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रामपुर बुशहर : परियोजनाओं का दौरा करते हुए!