रामपुर बुशहर,9 अप्रैल मीनाक्षी
रामपुर पुलिस ने नशा तस्करी के खिलाफ एक बड़ी और सर्जिकल कार्रवाई करते हुए सोनू गैंग के नेटवर्क को तोड़ने में सफलता हासिल की है। 3 मार्च को पुलिस ने सोनू गैंग के मुख्य सरगना सोहन लाल उर्फ सोनू व उसकी पत्नी गीता श्रेष्ठ को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से 26.68 ग्राम चिट्टा/हेरोइन बरामद की थी। इनके विरुद्ध रामपुर थाना में एनडीपीएस
एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया था।
जांच के दौरान पुलिस ने दोनों आरोपियों की कुल 9,22,537 की संपत्ति को जब्त किया। पूछताछ और जांच में यह खुलासा हुआ कि इन दोनों के साथ नशा तस्करी में कुल 30 अन्य लोग भी संलिप्त थे, जिनमें करसोग (मंडी), निरमंड (कुल्लू), रामपुर, ननखड़ी, कुमारसैन व झाकड़ी (शिमला) क्षेत्र के आरोपी शामिल हैं।
तफ्तीश में यह भी सामने आया कि यह नेटवर्क सिर्फ हिमाचल तक सीमित नहीं था, बल्कि इसका सीधा संबंध पंजाब के सीमावर्ती क्षेत्रों से था। अर्शदीप सिंह अटवाल और उसकी पत्नी पुजा रानी अटवाल, निवासी फरीदकोट (पंजाब), इस तस्करी में प्रमुख भूमिका निभा रहे थे। ये दोनों एक महीने में 3 से 4 बार चिट्टा की भारी खेप लेकर हिमाचल आते और सोनू व उसकी पत्नी को 50-80 ग्राम चिट्टा सौंपते, जिसे मंडी, कुल्लू और शिमला जिलों में आगे वितरित किया जाता।
रामपुर पुलिस की टीम ने इन दोनों मुख्य सप्लायर्स का पीछा करते हुए 8 अप्रैल को फरीदकोट (पंजाब) से इन्हें गिरफ्तार किया। इन्हें अदालत में पेश कर पुलिस रिमांड पर लिया गया है ताकि नेटवर्क की जड़ों तक पहुंचा जा सके।
अब तक सोनू गैंग चिट्टा तस्करी मामले में कुल 32 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है, जिनमें 2 महिलाएं भी शामिल हैं। इस पूरी कार्रवाई की पुष्टि उपमंडल पुलिस अधिकारी रामपुर नरेश शर्मा ने की है। उन्होंने स्पष्ट किया कि नशे के धंधे में संलिप्त किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा और पुलिस सख्ती से कार्रवाई करती रहेगी।
वहीं बता दें कि यह कार्रवाई पुलिस की प्रतिबद्धता और सतर्कता का उदाहरण है, जो नशे के खिलाफ समाज को सुरक्षित रखने की दिशा में बड़ा कदम है।
फोटो कैप्शन
रामपुर बुशहर : डीएसपी रामपुर नरेश शर्मा।